केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के प्रस्तावित बस्तर दौरे से पहले नक्सलियों ने केंद्र व राज्य सरकार के सामने शांति वार्ता का प्रस्ताव रखा है और सरकार से नकस्लियों के खिलाफ ऑपरेशन रोकने की मांग की है. वहीं, राज्य के गृह मंत्री विजय कुमार ने कहा कि पर्चे की जांच कराई जा रही है. सरकार बातचीत के लिए तैयार है लेकिन इसके लिए उचित फोरम बनाने की जरूरत है.
बता दें कि नक्सलियों की केंद्रीय समिति के प्रवक्ता अभय ने तेलगु भाषा में एक पर्चा जारी करते हुए कहा कि यदि राज्य और केंद्र सरकार नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन रोकती है तो हम शांति वार्ता के लिए तैयार हैं. नक्सलियों ने अपने पर्चे में यह उल्लेख किया गया है कि 24 मार्च को हैदराबाद में नक्सली संगठन की एक बैठक हुई थी. जिसमें बिना किसी शर्त के शांति वार्ता के लिए आगे आने और बातचीत तक युद्धविराम की घोषणा करने पर चर्चा हुई थी.
नक्सली प्रवक्ता अभय ने कहा कि हम केंद्र और राज्य सरकार के सामने शांति वार्ता के लिए सकारात्मक माहौल बनाने का प्रस्ताव रख रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारा प्रस्ताव केंद्र सरकार सहित छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, ओडिशा, झारखंड, मध्य प्रदेश और तेलंगाना में ऑपरेशन के नाम पर हत्याओं रोकें. उन्होंने कहा कि यदि केंद्र और राज्यों की सरकारें इन प्रस्तावों पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देती हैं कतो हम तत्काल युद्धविराम की घोषणा कर देंगे.
बता दें कि केन्द्रीय मंत्री अमित शाह इसी सप्ताह 5 अप्रैल में बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित इलाका दंतेवाड़ा जाने का कार्यक्रम है. केन्द्रीय मंत्री शाह छत्तीसगढ़ की समृद्ध आदिवासी संस्कृति के उत्सव बस्तर पंडुम 2025 में लोक कलाकारों को सम्मानित करने का कार्यक्रम है.
