मुंबई में लगातार बिगड़ती वायु गुणवत्ता ने हालात को चिंताजनक बना दिया है। मझगांव, देवनार, मलाड, बोरीवली ईस्ट, चकाला अंधेरी ईस्ट, नेवी नगर, पवई और मुलुंड जैसे क्षेत्रों में एयर क्वालिटी इंडेक्स ‘बहुत खराब’ से ‘गंभीर’ श्रेणी तक पहुंच गया है। स्थिति को देखते हुए बीएमसी ने कई इलाकों में ग्रैप-4 के तहत प्रतिबंध लागू कर दिए हैं। निर्माण कार्यों और धूल फैलाने वाली गतिविधियों पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। हर वार्ड में फ्लाइंग स्क्वॉड तैनात किए गए हैं जो GPS-ट्रैक गाड़ियों के साथ उत्सर्जन और नियमों के उल्लंघन की निगरानी कर रहे हैं। प्रदूषण बढ़ने पर GRAP-4 के तहत सभी निर्माण पर पाबंदी, अधिकांश स्कूलों की बंदी और सरकारी व निजी कार्यालयों में वर्क-फ्रॉम-होम लागू किया जाता है। बढ़ते संकट पर बॉम्बे हाईकोर्ट ने भी चिंता जताई है और निर्माण स्थलों की जांच के लिए पांच सदस्यीय समिति गठित कर दस दिन में रिपोर्ट मांगी है।


