दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून इस साल रिकॉर्ड समय से पहले, शनिवार को केरल पहुंच गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, 2009 के बाद पहली बार मॉनसून इतना जल्दी भारत की मुख्य भूमि में दाखिल हुआ है. आमतौर पर यह एक जून तक केरल में प्रवेश करता हैं.
वहीं, आईएमडी ने कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र समेत तटीय कर्नाटक और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और केरल की अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. दक्षिण-पश्चिमी मानसून आमतौर पर एक जून तक केरल में प्रवेश करता है और आठ जुलाई तक पूरे देश में पहुंचता है. 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिमी भारत से इसकी वापसी शुरू हो जाती है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से वापस चला जाता है.
