अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ ज़बरदस्त विरोध, 1200 से अधिक स्थानों पर प्रदर्शन

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चुनाव में दोबारा जनसमर्थन मिलने के कुछ ही महीनों बाद देशभर में उनके खिलाफ व्यापक विरोध शुरू हो गया है। ट्रंप प्रशासन की नीतियों के खिलाफ अमेरिका के सभी 50 राज्यों में प्रदर्शन हो रहे हैं। शनिवार और रविवार को हुए इन प्रदर्शनों में 1200 से ज्यादा स्थानों पर लोग सड़कों पर उतरे।

हाल ही में राष्ट्रपति बने ट्रंप के खिलाफ जिस तरह से विरोध सामने आया है, उसने प्रशासन को भी चौंका दिया है। ‘हैंड्स-ऑन प्रोटेस्ट’ नाम से चलाए जा रहे इस आंदोलन में करीब 6 लाख से अधिक लोगों ने भाग लेने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया, और रविवार तक 1400 से ज्यादा रैलियां निकाली गईं

क्यों हो रहा है ट्रंप का विरोध?

इन प्रदर्शनों की मुख्य वजह ट्रंप द्वारा लागू किए गए भारी टैरिफ, व्यापक छंटनी, आर्थिक अस्थिरता और मानवाधिकारों के उल्लंघन को माना जा रहा है। प्रदर्शनकारी ट्रंप ही नहीं, बल्कि उनके प्रमुख सलाहकार और उद्योगपति एलन मस्क के खिलाफ भी विरोध जता रहे हैं। ‘ट्रंप-मस्क गो बैक’ के नारे देशभर में गूंज रहे हैं।

इस विरोध प्रदर्शन में सिविल राइट्स ग्रुप्स, श्रमिक संघ, एलजीबीटीक्यू+ समुदाय, और महिला अधिकार संगठनों सहित हजारों की संख्या में नागरिकों ने हिस्सा लिया। प्रदर्शनकारी ट्रंप की सामूहिक डिपोर्टेशन नीति और लेबर सेक्टर में बड़े पैमाने पर की जा रही छंटनी के भी सख्त खिलाफ हैं।

नेशनल मॉल से मैनहट्टन तक गूंजे नारे

राजधानी वॉशिंगटन डीसी के नेशनल मॉल, न्यूयॉर्क के मैनहट्टन, और बॉस्टन जैसे बड़े शहरों में लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लिया और ट्रंप सरकार की नीतियों के खिलाफ विरोध जताया। ‘हैंड्स-ऑन’ आंदोलन का संदेश है – “हमारे अधिकारों से दूर रहो”, जो राष्ट्रपति ट्रंप की नीतियों के खिलाफ जनता की नाराजगी को दर्शाता है।

इन रैलियों और प्रदर्शनों ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या राष्ट्रपति ट्रंप की नीतियाँ वास्तव में अमेरिका की जनता की उम्मीदों पर खरी उतर रही हैं या नहीं।

error: Content is protected !!