मनोज जरांगे ने छोड़ा पानी, मराठा आंदोलन ने बढ़ाई सरकार की मुश्किलें

मराठा आरक्षण की मांग को लेकर मुंबई के आजाद मैदान में आमरण अनशन कर रहे मनोज जरांगे पाटिल का आज चौथा दिन है. उन्होंने अब तक अन्न का एक दाना तक नहीं खाया और अब पानी भी त्यागने का ऐलान कर दिया है, जिससे उनकी तबीयत बिगड़ती जा रही है. डॉक्टरों की टीम ने रात में उनकी जांच की और ORS व पानी पीने की सलाह दी, लेकिन उन्होंने मना कर दिया.

कल मराठा आरक्षण समिति के पूर्व सदस्य मधुकर अर्धड ने उनसे मुलाकात की और मराठा-कुणबी जाति के ऐतिहासिक रिकॉर्ड पेश किए, जो आरक्षण की मांग को मजबूती दे सकते हैं. हालांकि, सरकार और आंदोलनकारियों के बीच अब तक की बातचीत बेनतीजा रही है. आंदोलन स्थल पर बारिश के कारण कीचड़ फैल गया था, जिसे बीएमसी ने साफ किया और गिट्टी बिछाकर मैदान को समतल किया.

मुंबई में आंदोलन का असर ट्रैफिक पर भी देखने को मिल रहा है. कई सड़कों पर रूट बदले गए हैं और कुछ रास्तों को बंद कर दिया गया है, खासकर CSMT और मेट्रो सिनेमा के आसपास. हालांकि, ईस्टर्न फ्रीवे फिलहाल खुला है और ट्रैफिक सामान्य है. सरकार आज जरांगे पाटिल से दोबारा बातचीत की कोशिश कर सकती है और शिंदे समिति की भी अहम बैठक प्रस्तावित है. आंदोलन और तेज होता जा रहा है और सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा है.

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