कुछ दिनों पहले, फिल्म अभिनेत्री से साध्वी बनीं ममता कुलकर्णी ने महामंडलेश्वर की पदवी छोड़ दी है । उन्होंने यह कदम 18 दिनों बाद उठाया, जब उन्हें यह पदवी दी गई थी। इस्तीफा देने के बाद ममता ने शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती और अर्धनारीश्वर धाम की प्रमुख हिमांगी सखी को जिम्मेदार ठहराया है।
ममता कुलकर्णी ने कहा कि लगातार हो रही गलत आलोचनाओं और आरोपों के कारण वह आहत हो गईं और इसलिए उन्होंने महामंडलेश्वर की पदवी छोड़ने का निर्णय लिया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि महामंडलेश्वर बनने के लिए उन्हें दो लाख रुपये की मांग की गई थी। उनका कहना था कि किन्नर अखाड़े में पैसे लेकर महामंडलेश्वर बनाए जा रहे हैं, और उनसे भी यही राशि मांगी गई थी। हालांकि, ममता ने यह भी बताया कि उनके पास पैसे नहीं थे, लेकिन किन्नर अखाड़े के लोगों ने किसी अन्य महामंडलेश्वर की जेब से दो लाख रुपये निकाल लिए थे।
वीडियो संदेश में ममता कुलकर्णी ने यह भी कहा कि 25 साल पहले जब उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री को छोड़ दिया था और दीक्षा ली थी, तब से वह सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार में लगी हुई थीं। उनका मानना है कि उनका महामंडलेश्वर बनना कुछ लोगों को परेशानी दे रहा था, और इसी वजह से उन पर बिना कारण निशाना साधा जा रहा था। इस सब से आहत होकर उन्होंने यह फैसला लिया और पदवी से इस्तीफा दिया। ममता ने उन लोगों के ज्ञान पर भी सवाल उठाए, जिन्होंने उन पर आलोचनात्मक टिप्पणियां की हैं।
