कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में एक पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी महिला डॉक्टर के यौन उत्पीड़न और हत्या के मामले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस घटना के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोपियों को मौत की सजा दिलाने की मांग करते हुए CBI को 18 अगस्त तक का अल्टीमेटम दिया है।
इस बीच, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक रैली का नेतृत्व किया, जिससे कई लोग हैरान रह गए हैं, क्योंकि उन्होंने खुद राज्य के पुलिस और गृह मंत्रालय का जिम्मा संभाल रखा है। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर मामले को ठीक से न संभालने और तृणमूल कांग्रेस पर सबूत नष्ट करने का आरोप लगाया है, जिससे जनता में आक्रोश फैल गया है।
तृणमूल सांसद और प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने रैली के औचित्य को स्पष्ट करते हुए कहा कि कोलकाता में हुए इस जघन्य अपराध से लोगों का आक्रोश पूरी तरह से समझ में आता है, और इस रैली का उद्देश्य जनता की भावनाओं को व्यक्त करना है।
उन्होंने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 17 अगस्त तक कोलकाता पुलिस को जांच पूरी करने का निर्देश दिया था, और अब यही समय सीमा CBI पर भी लागू होनी चाहिए। उन्होंने CBI से इस मामले की जांच में तेजी लाने और दोषियों को सख्त सजा दिलाने की मांग की है।