महाराष्ट्र में करीब 20 जिलों की नगर परिषद और नगर पंचायत चुनाव अचानक टाल दिए गए हैं। राज्य निर्वाचन आयोग (SEC) ने ठाणे, बारामती, अमरावती, नांदेड़, सोलापुर, पुणे और अन्य इलाकों में चुनाव प्रक्रिया पर रोक लगाते हुए अब मतदान 20 दिसंबर को कराने का आदेश दिया।
यह कदम उन सैकड़ों उम्मीदवारों की अपील के बाद उठाया गया जिनके नामांकन रिजेक्ट हो गए थे। नियम के अनुसार अपील का निपटारा समय पर होना जरूरी था, ताकि नाम वापसी और सिंबल आवंटन की प्रक्रिया पूरी हो सके। कई जगहों पर अपील पेंडिंग रहने के बावजूद फाइनल लिस्ट जारी कर दी गई थी, जिसे SEC ने गंभीर प्रक्रिया उल्लंघन माना।
इस अचानक बदलाव से सभी राजनीतिक दल सकते में हैं। अब पार्टियों को अतिरिक्त 18 दिन का समय मिला है, लेकिन रणनीति और खर्च प्रभावित हुए हैं। SEC ने चुनाव अधिकारियों को फटकारते हुए कहा कि स्पष्ट दिशा-निर्देशों के बावजूद नियमों की अनदेखी हुई।
जहां कोई गड़बड़ी नहीं हुई, वहां चुनाव पुराने शेड्यूल पर ही होंगे। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस फैसले को गलत करार देते हुए कहा कि चुनाव आयोग ने कोर्ट के आदेश को गलत समझा और उम्मीदवारों के प्रचार का समय बर्बाद हुआ। SEC ने स्पष्ट किया कि नियम उल्लंघन के मामले में पारदर्शिता और कानूनी अनुपालन सुनिश्चित करना प्राथमिकता है।


