नई दिल्ली, 7 अप्रैल 2025 – केंद्र सरकार द्वारा घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 50 रुपये की बढ़ोतरी किए जाने के बाद देशभर में राजनीतिक गर्मी बढ़ गई है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और टीएमसी सहित कई विपक्षी दलों ने इस फैसले को जनविरोधी बताते हुए केंद्र सरकार पर सीधा हमला बोला है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “एलपीजी गैस सिलेंडर की ही कमी रह गई थी, मोदी जी… इस बार तो महंगाई का चाबुक ‘उज्ज्वला’ की गरीब महिलाओं की बचत पर भी चल गया। लूट, वसूली, हेराफेरी… ये सब अब मोदी सरकार के पर्याय बन चुके हैं।”
टीएमसी नेता कुणाल घोष ने भी LPG की बढ़ती कीमतों पर केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा, “हम इस तरह की मूल्य वृद्धि का कड़ा विरोध करते हैं। यह आम लोगों पर सीधा बोझ है। केंद्र सरकार अपनी जनविरोधी नीतियों के कारण जनता से कट चुकी है। ये बढ़ोतरी ‘रोटी, कपड़ा और मकान’ जैसी मूलभूत जरूरतों को प्रभावित करती है।”
उधर, केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने जानकारी दी कि सब्सिडी और गैर-सब्सिडी वाले दोनों उपभोक्ताओं के लिए रसोई गैस की कीमत में 50 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी की गई है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले वाणिज्यिक एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 41 रुपये की कटौती की गई थी, जिससे होटल, रेस्तरां और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को थोड़ी राहत मिली थी। लेकिन अब घरेलू उपभोक्ताओं के लिए यह बढ़ोतरी चिंता का विषय बन गई है।
इसके साथ ही केंद्र सरकार ने आज पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क भी बढ़ा दिया है। सरकार ने पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 13 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर कर दिया है। यह बढ़ोतरी 8 अप्रैल 2025 से प्रभावी होगी। हालांकि, सरकार का कहना है कि इसका असर आम उपभोक्ताओं पर नहीं पड़ेगा, क्योंकि इसका भार तेल विपणन कंपनियों द्वारा वहन किया जाएगा।
विपक्ष का कहना है कि बढ़ती महंगाई से आम जनता पहले ही परेशान है और अब एलपीजी और ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी ने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। विपक्ष ने सरकार से इस फैसले को तुरंत वापस लेने की मांग की है।