न्यूज़ फ्लिक्स भारत। राजनीतिक रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर पांडे उर्फ पीके 2 अक्तूबर गांधी जयंती को अपनी पार्टी घोषणा करेंगे. बता दें पार्टी का नाम जन सुराज होगा. प्रशांत किशेर पिछले एक दशक से कुशल रणनीतिकार के रूप में काम कर रहे हैं. उन्होंने भारतीय राजनीति में आने और राजनीतिक रणनीतिकार के रूप में काम करने से पहले आठ साल तक संयुक्त राष्ट्र के सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों में काम किया.
व्यक्तिगत जीवन और कैरियर-
प्रशांत किशोर का जन्म बिहार के रोहतास जिले के सासाराम के कोनार गाँव में हुआ. बाद में वे बक्सर , चले गए जहाँ उन्होंने अपनी माध्यमिक शिक्षा पूरी की. किशोर की शादी असम के गुवाहाटी की रहने वाली चिकित्सक जाह्नवी दास से हुई है जिनसे उनका एक बेटा है.
प्रशांत किशोर की चुनावी यात्रा-
किशोर ने बीजेपी के लिए एक राजनीतिक रणनीतिकार के रूप में काम किया है, फिर उन्होंने बीजेपी , जेडी(यू) , कांग्रेस , आप , वाईएसआरसीपी , डीएमके और टीएमसी के लिए काम किया. उनका पहला बड़ा राजनीतिक अभियान 2011 में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को गुजरात विधानसभा चुनाव 2012 में तीसरी बार सीएम बनने में मदद करने के लिए था.
जन सुराज पार्टी-
2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृमूल कांग्रेस की जीत और 2021 के तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में डीएमके की जीत के बाद प्रशांत किशोर ने घोषणा की कि वह चुनाव रणनीतिकार के रूप में पद छोड़ रहे हैं. एक साल बाद 2 मई 2022 को किशोर ने एक ट्वीट के साथ अपना खुद का एक राजनीतिक संगठन बनाने का संकेत दिया जिसमें कहा गया था कि यह “असली मालिकों, जनता” के पास जाने और “जन सुराज-जन सुशासन” के रास्ते पर चलने का समय है. प्रशांत किशोर ने 2025 के बिहार विधानसभा चुनावों में चुनाव लड़ने का एलान किया है.