घुमारवीं अगेंस्ट “चिट्टा” के तहत संस्कार सोसाइटी घुमारवीं ने रैन बसेरा में “कवि सम्मेलन” का आयोजन किया गया। मुख्यातिथि के रूप में वरिष्ठ लेखक कुलदीप चंदेल उपस्तिथ रहे। उन्होंने कहा कि संस्कार संस्था जैसी समाज सेवी संस्थाओं की समाज को बहुत जरूरत है। हिदुस्तान के युवा को नशे से खोखला करने के पीछे विदेशी ताकतों का हाथ हो सकता है। हमे चिट्टा सप्लायरों की चेन को तोड़ना होगा। अपने बच्चों के साथ मित्र की तरह रहे और बच्चों से दूरी बिल्कुल भी न बनाये। वहीं, लेखक महासंसघ के महासचिव व कार्यक्रम अध्यक्ष रविन्द्र शर्मा ने कहा कि संस्था नशे के प्रति समाज में जागरूकता कर नेक कार्य कर रही है। पुलिस चाहे तो चिट्टा बिकना बन्द हो जाए अगर ईमादारी से काम करें। सहानुभूति से बच्चों से नशे को छुड़ाए।
कवि सम्मेलन में जिला के प्रख्यात कवियों व युवा कवियों ने भाग लिया। कवि सम्मेलन में कविताओं के माध्यम से लोगों को जागरूक किया। संस्कार सोसाइटी संस्थापक महेंद्र धर्माणी ने कहा कि चिट्टे से आज हमारे बच्चे ऐसे मर रहे है जैसे पेडों से पत्ते झड़ रहे हों, इसे रोकने के लिए नशा माफिया पर लगाम और चिट्टे के नशे में फंस चुके बच्चो को काउंसलिंग की मदद से बाहर निकालने का काम करना होगा तभी हमारी युवा पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित होगा।
