ज्योति मल्होत्रा जासूसी केस: चार्जशीट पर नहीं मिली वकील को कॉपी, कई चौंकाने वाले खुलासे

हरियाणा की हिसार निवासी ज्योति मल्होत्रा पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का आरोप है. 15 मई को गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने 14 अगस्त को 2500 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की. हालांकि, सोमवार को सुनवाई के दौरान ज्योति के वकील कुमार मुकेश को चार्जशीट की कॉपी नहीं दी गई. पुलिस ने दलील दी कि इसमें कुछ गोपनीय पेज हैं, जिन्हें सार्वजनिक नहीं किया जा सकता. वकील अब कोर्ट में याचिका दायर करेंगे. अगली सुनवाई 3 सितंबर को तय की गई है.

चार्जशीट में पांच अहम बातें सामने आई हैं:

सवालों से बचती रही ज्योति: जांच में खुलासा हुआ कि ज्योति पूछताछ के दौरान सीधे जवाब नहीं देती थी. गिरफ्तारी की भनक लगते ही उसने मोबाइल डेटा भी डिलीट कर दिया था.

भागने से पहले पकड़ी गई: पाकिस्तानी एजेंटों ने उसे अलर्ट किया था, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों ने समय रहते उसे हिरासत में ले लिया. डिलीट किया गया कुछ डेटा रिकवर कर लिया गया है.

सैन्य शिविरों के वीडियो भेजे: ज्योति ने न केवल कश्मीर बल्कि राजस्थान बॉर्डर के आर्मी कैंप्स के वीडियो भी पाकिस्तान को भेजे.

ट्रैवल एडवाइजरी का उल्लंघन: उसे पाकिस्तान यात्रा के लिए मना किया गया था, लेकिन उसने ना सिर्फ ट्रैवल की बल्कि पाकिस्तानी एजेंटों से मुलाकात भी की.

ISI से लगातार संपर्क: जांच में पता चला कि वह ISI एजेंटों शाकिर, हसन अली और नासिर ढिल्लों के साथ नियमित संपर्क में थी. पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारी से भी उसकी बातचीत हुई थी.

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