बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए जनता दल (यूनाइटेड) ने अपने सभी 101 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है। पार्टी ने बुधवार को दूसरी सूची जारी करते हुए 44 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए, जबकि पहली सूची में 57 नाम पहले ही जारी किए जा चुके थे।
जेडीयू की इस सूची में कुल 4 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट मिला है। इनमें अररिया से शगुफ्ता अजीम, जोकीहाट से मंजर आलम, अमौर से सबा जफर और चैनपुर से जमा खान शामिल हैं।
गोपाल मंडल का टिकट कटा, लड़ेंगे निर्दलीय चुनाव
भागलपुर के गोपालपुर से विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल का टिकट इस बार काट दिया गया है। बताया जा रहा है कि उन्होंने टिकट न मिलने के विरोध में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास के बाहर धरना भी दिया था। टिकट कटने के बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। गोपाल मंडल ने आरोप लगाया कि “जेडीयू में कुछ बड़े नेताओं की दूषित मानसिकता” के कारण उनका टिकट काटा गया है।
जेडीयू का सोशल इंजीनियरिंग संतुलन
पार्टी ने उम्मीदवार चयन में सामाजिक समीकरणों का खास ध्यान रखा है। जेडीयू की सूची में 37 पिछड़े, 22 अति पिछड़े, 22 सामान्य वर्ग, 15 अनुसूचित जाति, 1 जनजाति और 4 अल्पसंख्यक उम्मीदवार शामिल हैं। इनमें 13 महिलाएं भी हैं।
जाति के आधार पर देखें तो जेडीयू ने 12 कुर्मी, 13 कुशवाहा, 8 धानुक, 5 मुसहर, 5 रविदास, 8 यादव, 9 भूमिहार, 10 राजपूत, 2 ब्राह्मण और 1 कायस्थ उम्मीदवारों को टिकट दिया है।
एनडीए में बराबर सीटों पर लड़ रही जेडीयू और बीजेपी
इस बार एनडीए गठबंधन में सीट बंटवारे के बाद जेडीयू और बीजेपी दोनों 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं। हालांकि, बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार सीट बंटवारे के इस फार्मूले से पूरी तरह सहज नहीं थे, क्योंकि पहले बीजेपी को कम सीटें मिलती थीं।
पहली सूची में दिखी ‘लव-कुश’ समीकरण की झलक
जेडीयू की पहली सूची में परंपरागत ‘लव-कुश’ यानी कुर्मी-कुशवाहा समीकरण को प्राथमिकता दी गई थी। पहली लिस्ट में 12 दलित, 9 कुर्मी, 6 कुशवाहा, 3 धानुक, 6 भूमिहार, 5 राजपूत, 1 कायस्थ, 1 ब्राह्मण, 5 वैश्य और 2 निषाद उम्मीदवारों को मौका मिला था। इनमें से 30 सीटों पर उम्मीदवार बदले गए जबकि 27 को दोबारा टिकट दिया गया।







