न्यूज़ फ्लिक्स भारत। जापानी संगठन ‘निहोन हिडानक्यो’ जो हिरोशिमा और नागासाकी के परमाणु बम पीड़ितों का एक जन आंदोलन है. इसे ‘हिबाकुशा’ के नाम से भी जाना जाता है, इस संगठन को आज शुक्रवार को 2024 का नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान किया गया. नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने कहा “हिबाकुशा को यह शांति पुरस्कार एक परमाणु मुक्त विश्व बनाने के उनके प्रयासों के लिए दिया गया है”.
जापान परमाणु बम हमले के साक्षी जिन्होंने अपने जीवन को एक परमाणु मुक्त विश्व के लिए समर्पित कर दिया. समिति ने कहा, “हिबाकुशा हमें उन अकल्पनीय पीड़ा और दर्द को समझने में मदद करते हैं जो परमाणु हथियारों द्वारा उत्पन्न होती हैं. वे हमें अदृश्य पीड़ा को महसूस करने में सक्षम बनाते हैं.”
नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने परमाणु हथियारों के मुद्दे पर नियमित रूप से ध्यान केंद्रित करता रहता है, हाल ही में 2017 में अंतर्राष्ट्रीय परमाणु हथियारों को समाप्त करने के अभियान (ICAN) को पुरस्कार देकर इस मुद्दे को उजागर किया था. नोबेल शांति पुरस्कार, जिसकी कीमत 11 मिलियन स्वीडिश क्राउन है, या लगभग 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर के बराबर है, इसे 10 दिसंबर को ओस्लो में प्रस्तुत किया जाएगा, जो स्वीडिश उद्योगपति अल्फ्रेड नोबेल की मृत्यु की वर्षगांठ है, जिन्होंने 1895 में इन पुरस्कारों की स्थापना की थी.