तीसरी बार टला ISRO का SpaDex  मिशन, जानें क्या रही वजह

इसरो का स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट (SpaDeX) प्रोजेक्ट अपने लक्ष्य के करीब पहुंचने के बाद भी मिशन को पूरा नहीं कर पाया. ISRO ने बताया कि दोनों सैटेलाइट्स की दूरी को 15 मीटर से 3 मीटर तक लाने की कोशिश सफल रही, जिसके बाद दोनों सैटेलाइट्स को एक दूसरे से दूर कर दिया गया है. अब डाटा विश्लेषण के बाद डॉकिंग की कोशिश की जाएगी. इससे पहले भी डॉकिंग प्रोसेस को दो बार टालना पड़ गया था.

इसरो  ने 12 जनवरी को अपनी स्पेस डॉकिंग प्रक्रिया की तीसरी कोशिश की.  दोनों सैटेलाइट्स को करीब 15 मीटर की दूरी पर लाया गया. इस स्थिति में दोनों सैटेलाइट्स एक-दूसरे के मिलन के लिए तैयार थे. इसके बाद, उनकी दूरी को 3 मीटर तक लाने की कोशिश की गई, लेकिन तकनीकी कारणों से डॉकिंग को रोकना पड़ा.

पहली और दूसरी कोशिश में भी डॉकिंग में सफलता नहीं मिल पाई थी. 9 जनवरी को जब दोनों सैटेलाइट्स के बीच की दूरी 230 मीटर थी, तो सैटेलाइट्स के भटकने के कारण मिशन को टालना पड़ा. ड्रिफ्ट यानी सैटेलाइट्स का दिशा से भटकना डॉकिंग प्रक्रिया को पूरी तरह से प्रभावित कर सकता है.

इसरो  के सूत्रों के अनुसार,  इस समय सेंसर की गड़बड़ी का विश्लेषण किया जा रहा है. इसके बाद ही अगली डॉकिंग कोशिश की जाएगी. इस दौरान  आज शाम को जब सैटेलाइट्स एक बार फिर ISRO के ग्राउंड स्टेशन के ऊपर से गुजरेंगे, तो डॉकिंग की एक नई कोशिश की जा सकती है.

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