दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाले धर्मों को लेकर प्यू रिसर्च सेंटर ने एक रिपोर्ट तैयार की है. रिपोर्ट में हिंदू, मुस्लिम, ईसाई और बौद्ध सहित कई धर्म शामिल हैं. इस रिपोर्ट में विभिन्न धर्मों की आबादी में होने वाले बदलाव के बारे में बताया गया है. बता दें कि मौजूदा समय में दुनिया की 7.3 बिलियन आबादी है. जिसमें ईसाई धर्म दुनिया का सबसे बड़ा धर्म है. दूसरे नंबर पर इस्लाम है और तीसरे नंबर पर हिंदू धर्म आता है.
प्यू रिसर्च ने हर धर्म के फर्टिलिटी रेट, युवा आबादी और धर्म-परिवर्तन के आधार पर साल 2060 में उसकी आबादी का अनुमान लगाया है. रिपोर्ट में कहा गया कि 2060 तक दुनिया की आबादी 32 फीसदी तक बढ़ जाएगी, जबकि मुस्लिमों की आबादी में 70 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो सकती है. ये अनुमान 2015 से 2060 तक 45 सालों के लिए है. 2015 में 1 अरब 80 करोड़ मुस्लिम थे, जो अगले 36 सालों में तीन अरब तक पहुंच सकते हैं. यानी 2015 से 2060 के बीच 45 सालों में मुस्लिम आबादी में 70 पर्सेंट तक की बढ़ोतरी होने का अनुमान है. जिसकी वजह ये है कि मुस्लिम महिलाओं का फर्टिलिटी रेट सबसे ज्यादा है, जहां बाकी धर्मों में औसतन प्रति महिला 2 बच्चे पैदा करती है, जबकि मुस्लिमों में औसतन एक महिला तीन बच्चे पैदा करती है.
रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि 2060 तक भारत की 19.4 पर्सेंट आबादी मुस्लिम होगी. रिपोर्ट का अनुमान है कि 36 सालों में भारत की मुस्लिम जनसंख्या 33 करोड़ तक पहुंच जाएगी. वहीं, नाइजीरिया को लेकर कहा गया कि इस देश में मुसलमानों और ईसाइयों की आबादी बराबर है, लेकिन 2060 तक यहां 60.5 फीसदी आबादी मुस्लिम होगी यानी नाइजीरिया में मुस्लिम ईसाइयों से ज्यादा हो जाएंगे.
