भारत अपनी हवाई रक्षा और आत्मनिर्भर क्षमताओं को और सुदृढ़ कर रहा है. डीआरडीओ द्वारा विकसित स्वदेशी ‘अनंत शस्त्र’ Quick Reaction Surface-to-Air Missile (QRSAM) सिस्टम के लिए लगभग ₹30,000 करोड़ की डील फाइनल हो चुकी है. सेना ने इसी सप्ताह तीन रेजिमेंट्स के लिए टेंडर जारी किए हैं; उत्पादन भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और भारत डायनामिक्स लिमिटेड मिलकर करेंगे.
यह आधुनिक प्रणाली 30 किलोमीटर तक की रेंज और 6–10 किलोमीटर ऊंचाई पर दुश्मन विमानों, हेलिकॉप्टर, ड्रोन, रॉकेट व लोइटरिंग म्यूनिशन्स को निशाना बना सकती है. 360° रडार, मोबाइल 8×8 लॉन्चर, इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग-प्रतिरोधी तकनीक और प्री-फ्रैगमेंटेड वारहेड तथा हाई-स्पीड सॉलिड-फ्यूल प्रोपल्शन इसे तीव्र और विश्वसनीय बनाते हैं. सेना ने इसे पुराने रूसी OSA-AK सिस्टम की जगह तैनात करने की योजना बनाई है.
सिस्टम का फायर, सर्च-ट्रैक व शॉर्ट-हॉल्ट पर फायर क्षमता मेकेनाइज़्ड कॉलम के साथ चलने योग्य है, जिससे मैदान, रेगिस्तान और पहाड़ी इलाकों में जमीनी बलों को हवाई सुरक्षा मिलेगी. डीआरडीओ ने विविध परिस्थितियों में सफल परीक्षण किए हैं और उत्पादन 2026 से शुरू होने की उम्मीद है. यह खरीद न केवल सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ाएगी बल्कि स्वदेशी रक्षा निर्माण को भी मजबूती देगी.
