ईरान और इजराइल के बीच जारी युद्ध के दौरान भारत ने ऑपरेशन सिंधु के तहत वहां फसे लोगों के पहले बैच को निकाल लिया है. रविवार को दूतावासों के संयुक्त प्रयास से 160 भारतीय नागरिकों को इजराइल से जॉर्डन पहुंचाया गया. निकाले गए लोगों का समूह शेख हुसैन ब्रिज के ज़रिए जॉर्डन में सुरक्षित रूप से प्रवेश कर गया, जो तेल अवीव से लगभग 120 किलोमीटर दूर है. लोगों के इस समूह को सीमा से 120 किलोमीटर दूर अम्मान हवाई अड्डे पर ले जाया गया, जहाँ सोमवार सुबह रवाना होने वाले विशेष निकासी विमानों के ज़रिए उनके भारत लौटने की व्यवस्था की गई.
बता दें कि इजरायल में 40,000 से अधिक भारतीय रहते हैं, इसलिए सरकार स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रही है. अम्मान में भारतीय दूतावास ने निकाले गए लोगों के आवास और परिवहन का जिम्मा संभाला. इजराइल और जॉर्डन दोनों सरकारों ने भारतीय नागरिकों के सुचारू और सुरक्षित पारगमन को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण सहायता प्रदान की. विदेश मंत्रालय ने अम्मान से दिल्ली के लिए विशेष उड़ानों की भी व्यवस्था की, और दक्षिणी इजरायल में रहने वाले भारतीयों को समायोजित करने के लिए मिस्र से अतिरिक्त उड़ानों की योजना बनाई जा रही है.
