दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने पद संभालते ही शुक्रवार को एक बड़ा फैसला लिया. सीएम रेखा गुप्ता ने राजधानी की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी और मंत्रियों के निजी स्टाफ की सेवाओं को समाप्त कर दिया. वहीं, नई सरकार ने पूर्व सरकारों द्वारा जिन अधिकारियों और कर्मचारियों को दूसरे विभागों में नियुक्ति किया था, उनको भी तत्काल अपने मूल विभागों में रिपोर्ट करने का आदेश दिया है.
सरकारी आदेश में कहा गया है कि, “सीएम और मंत्रियों के कार्यालयों में ‘डायवर्टेड क्षमता में तैनात’ विभिन्न विभागों, संगठनों, निगमों, बोर्डों, अस्पतालों आदि के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से कर्तव्यों से मुक्त माना जाएगा और वे तत्काल प्रभाव से अपने संबंधित विभागों, बोर्डों, स्वायत्त निकायों, निगमों, अस्पतालों आदि को रिपोर्ट करेंगे.”
आदेश में आगे कहा गया है कि, सीएम और मंत्रियों के कार्यालय जीएडी को नए प्रस्ताव सौंपेंगे. हालांकि, दानिक्स, डीएसएस और स्टेनो कैडर के नियमित कर्मचारी अपना काम करना जारी रखेंगे. नव-शपथ ग्रहण करने वाले मुख्यमंत्री, मंत्री अगले आदेश तक अपने-अपने कार्यालयों में रहेंगे.”
