पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की सेहत को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। अडियाला जेल में बंद इमरान से मंगलवार को उनकी बहन उज्मा खान को मिलने की अनुमति दी गई, जबकि उनकी दूसरी बहनें सुबह से ही जेल के बाहर इंतज़ार कर रही थीं। दूसरी ओर इमरान खान के भारी संख्या में जुटे समर्थकों को जेल के आसपास आने तक नहीं दिया गया, जिससे माहौल और तनावपूर्ण हो गया। रावलपिंडी को पूरी तरह छावनी में बदल दिया गया है। अडियाला जेल जाने वाले सभी मार्ग बंद कर दिए गए हैं, सड़कों पर कंटेनर लगा दिए गए हैं और हर जगह पुलिस व फोर्स तैनात है। शहर में धारा 144 लागू है और कई जगह ‘शूट एट साइट’ के आदेश जारी किए गए हैं। इसके बावजूद PTI समर्थक पीछे नहीं हटे और जेल के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया।
इस्लामाबाद हाईकोर्ट के बाहर भी सैकड़ों समर्थकों ने इमरान खान की रिहाई की मांग करते हुए जोरदार नारेबाज़ी की। कई प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने महिलाओं और युवाओं के साथ दुर्व्यवहार किया, धक्का-मुक्की और मारपीट जैसी घटनाएँ सामने आईं। पेशावर, कराची, फैसलाबाद और क्वेटा समेत पूरे देश से लोग रावलपिंडी की ओर रवाना हुए। समर्थकों का कहना है कि एक महीने से इमरान को परिवार से नहीं मिलने दिया जा रहा, जो किसी भी कानून के खिलाफ है, और वे इस ‘जुल्म’ के विरोध में सड़कों पर उतरने को मजबूर हुए हैं।


