किसी कृष्ण मंदिर में दर्शन नहीं करूंगा -जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने लिया बड़ा संकल्प- जाने क्यों ??

जयपुर (राजस्थान), 8 नवंबर: तुलसी पीठ के पीठाधीश्वर और प्रसिद्ध संत जगद्गुरु रामभद्राचार्य महाराज ने कृष्ण जन्मभूमि से जुड़ा बड़ा बयान दिया है। राजस्थान के जयपुर में चल रही नौ दिवसीय रामकथा के दौरान उन्होंने कहा कि जब तक मथुरा स्थित श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर अदालत का फैसला नहीं आ जाता, वह किसी भी कृष्ण मंदिर में दर्शन करने नहीं जाएंगे।

रामभद्राचार्य ने यह बयान तब दिया जब वह व्यास गद्दी पर बैठे हुए थे और रामकथा का प्रवचन दे रहे थे। उन्होंने कहा कि पहले उन्होंने जयपुर के प्रसिद्ध कृष्ण मंदिर, श्री गोविंद देव जी के दर्शन करने का मन बनाया था, लेकिन बाद में उनका मन बदल गया। संत ने स्पष्ट रूप से कहा, “जब तक मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर जीत नहीं मिल जाती, मैं किसी भी कृष्ण मंदिर में दर्शन करने नहीं जाऊंगा।”

गलता गद्दी पर भी अधिकार की बात उठाई

इस दौरान रामभद्राचार्य ने एक और महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया, जिसमें उन्होंने जयपुर के गलता गद्दी के बारे में अपनी इच्छाओं का इज़हार किया। उन्होंने कहा कि गलता गद्दी पर उनका अधिकार होना चाहिए और वहां रामानंदियों का विजय स्तंभ स्थापित किया जाएगा। रामभद्राचार्य ने यह भी कहा कि गलता गद्दी पर उनके अनुयायियों का ही अधिकार होगा।

राम मंदिर आंदोलन में सक्रिय रहे हैं रामभद्राचार्य

जगद्गुरु रामभद्राचार्य राम मंदिर आंदोलन से भी लंबे समय से जुड़े रहे हैं। इस साल राम मंदिर के उद्घाटन के समय जब शंकराचार्य ने मंदिर के अधूरे निर्माण का विरोध किया था, तब रामभद्राचार्य ने शंकराचार्य के रुख की आलोचना की थी। उन्होंने राम मंदिर के उद्घाटन को एक ऐतिहासिक और गौरवपूर्ण क्षण बताते हुए पूरी ऊर्जा के साथ उस समारोह में भाग लिया था।

इस बयान के साथ ही रामभद्राचार्य ने मथुरा की श्रीकृष्ण जन्मभूमि से संबंधित अदालत के फैसले पर अपनी दृढ़ता और समर्पण को स्पष्ट किया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनका यह संकल्प तब तक कायम रहेगा, जब तक श्री कृष्ण जन्मभूमि के विषय पर न्यायालय का अंतिम फैसला नहीं हो जाता।