न्यूज़ फ्लिक्स भारत। शिमला जिले के कोटखाई के जाशला गांव की रहने वाली धृति बरागटा ने शोध कार्य में प्रदेश का नाम रोशन किया है। पंजाब विश्वविद्यालय की शोधार्थी धृति को प्रधानमंत्री फेलोशिप फॉर डॉक्टोरल रिसर्च स्कीम के तहत सम्मानित किया गया है। यह फेलोशिप भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा संचालित राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन से प्रदान की जाती है।
धृति की शोध कार्य “फंगी एंड माइकोरिमेडिएशन” (फंगल उपचार) पर आधारित है, जिसे वह पंजाब विश्वविद्यालय के पर्यावरण अध्ययन विभाग में डॉ. राजीव कुमार के मार्गदर्शन में कर रही हैं। यह फेलोशिप प्राप्त करने वाली वह विभाग की पहली शोधार्थी हैं। उनके इस शोध का उद्देश्य पर्यावरणीय समस्याओं को हल करने के लिए फंगल उपचार विधियों को विकसित करना है।
इस फेलोशिप के तहत हिग्स हेल्थकेयर के प्रबंध निदेशक, डॉ. गौतम माधोक धृति के औद्योगिक साझेदार के रूप में जुड़े हैं। धृति के माता-पिता, उनके पिता देविंद्र बरागटा, जो कृषि विभाग से सेवानिवृत हुए हैं, और उनकी माता रीता बरागटा, एक गृहिणी हैं। इस उपलब्धि के साथ धृति ने न केवल हिमाचल प्रदेश का बल्कि पूरे देश का गौरव बढ़ाया है।