हिमाचल प्रदेश में ग्रुप A से C तक की नई भर्तियों को ट्रेनी के रूप में करने के फैसले को भाजपा ने युवाओं के साथ सबसे बड़ा धोखा करार दिया है और कहा कि जब कांग्रेस को सत्ता में आना था तो 58 साल की पक्की नौकरी देने के झूठे वादे किए गए। सत्ता में आने के बाद अढ़ाई साल तक कोई नौकरी नहीं दी और अब सरकार ने आउटसोर्स, अनुबंध पर नौकरी देने के बजाय ट्रेनी भर्ती की अधिसूचना निकाली है। ट्रेनी भर्ती क्या होती है? यह बेरोजगारों के साथ भद्दा मजाक नहीं है तो क्या है।
शिमला में पत्रकार वार्ता कर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल ने सुक्खू सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा वास्तविकता में कांग्रेस सरकार बेरोजगारों को नौकरी देना ही नहीं चाहती है, इसलिए नए जाल फेंककर अपना समय निकाल रही है। वोट बटोरने के लिए पक्की नौकरी और सत्ता में आने बाद वन मित्र, पशु मित्र, रोगी मित्र और मुख्यमंत्री मित्र की भर्तियां सरकार कर रही हैं। बेरोजगारों का सरकार ने मजाक बनाकर रख दिया है। पांच साल में एक भी रोजगार युवाओं को मिलने वाला नहीं है।
वहीं, राजीव बिंदल ने मंडी-सिराज आपदा को लेकर सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आपदा के बीस दिन के बाद भी सरकार सड़के, पानी, बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं को बहाल नहीं कर पाई है। किसी मंत्री और अतिरिक्त मुख्य सचिव की तैनाती मंडी आपदा क्षेत्रों की मॉनिटरिंग के लिए सरकार ने नहीं लगाई और न ही अभी तक आपदा प्रभावितों के लिए कोई विशेष पैकेज की घोषणा की है। लोग परेशान हैं लेकिन सरकार मस्त है।
