प्रदेश में आम जनता को महंगाई की चौहतरफ़ा मार झेलनी पड़ रही है. आने-जाने के किराए में बढ़ोतरी के बाद अब सरकारी डिपो पर मिलने वाला रिफाइंड तेल भी आम लोगों को महंगे दाम पर खरीदना होगा. लंबे समय से डिपो पर रिफाइंड तेल नहीं मिल रहा था. सरकारी डिपो पर पहुंचने वाले तेल के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो गई है लेकिन अब तेल बढ़े हुए दामों के साथ आएगा. जो तेल करीब 110 से 120 प्रति लीटर मिल रहा था, अब वह तेल 134 लीटर और टैक्स पेयर के लिए 144 प्रति लीटर मिलेगा. हालांकि, इसके पीछे बढ़ी हुई एक्साइज ड्यूटी को वजह बताया जा रहा है. लेकिन, ज़ाहिर है कि इसका सीधा सीधा असर गरीब और लोअर मिडल क्लास की जेब पर पड़ने वाला है.
डिपो संचालक का कहना है कि अभी उन्हें रिफाइंड तेल के बढ़े हुए दामों के बारे में कोई जानकारी नहीं है. डिपो पर केवल सरसों का तेल उपलब्ध है पिछली करीब चार-पांच महीनों से रिफाइंड तेल सरकारी डिपो पर नहीं मिल रहा है.
वहीं, जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक नरेंद्र चंदेल ने बताया कि उचित खुद मूल्य की दुकान पर दो तरह खाद्य तेल दिए जाते हैं. इसमें लगभग 80 फीसदी सरसों और 20 फ़ीसदी रिफाइंड तेल दिया जाता है. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय से रिफाइंड तेल के टेंडर मेच्योर नहीं हो पा रहे थे जिसके चलते सरकारी डिपो पर तेल की सप्लाई नहीं हो रही थी. उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ ही दिनों में सप्लाई उपलब्ध होगी. मगर इस बार तेल के दाम पहले के मुकाबले बढ़े हुए हैं. एनएफएस और एपीएल परिवारों को रिफाइंड तेल 134 रुपए प्रति लीटर और करदाताओं के लिए 144 रुपए प्रति लीटर मिलेगा. उन्होंने बताया कि पिछली बार के मुकाबले इस बार तेल का दाम काफ़ी बढ़ा हुआ है.
