हिमाचल प्रदेश विधानसभा में उस वक्त जमकर हंगामा हो गया जब बजट सत्र के चौथे दिन सदन में विपक्ष ने देहरा चुनाव में महिला मंडलों को दिए गए पैसों का ममला उठाया. हमीरपुर विधानसभा से भाजपा विधायक आशीष शर्मा ने सदन में प्रश्न काल के दौरान यह मुद्दा उठाया. जिसका सत्ता पक्ष की ओर से उप मुख्यमंत्री द्वारा सही जवाब नहीं दिया गया. जिस पर विपक्ष ने सदन में ही नारेबाजी शुरू कर दी और सदन से वॉकआउट कर बाहर आ गए. वहीं, विपक्ष ने देहरा का चुनाव रद्द करने की मांग की है.
वहीं, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि आज सदन के अंदर आशीष शर्मा ने उपचुनाव के दौरान सैंकड़ों महिला मंडलों के खाते में पैसे डालने का मामला उठाया था, लेकिन उपमुख्यमंत्री द्वारा इसको लेकर सही जवाब नहीं दिया गया और सूचना एकत्रित करने की बात कही गई. जबकि आशीष द्वारा सदन के अंदर तथ्य भी रखे गए थे। सरकार इस प्रश्न से भागती हुई नजर आई.
उन्होंने कहा कि यह राशि महिला मंडलों के खाते में उस समय डाली गई थी जब आचार संहिता लगी हुई थी और चुनाव को प्रभावित करने के लिए महिला मंडलों को धनराशि कांगड़ा बैंक की ओर से दी गई. उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री यह तर्क दे रहे थे कि किसान निधि भी उस समय राशि केंद्र द्वारा डाली गई जबकि यह केंद्रीय योजना है और आचार संहिता के दौरान कोई भी किसी भी तरह की नई योजना के तहत पैसे खाते में नहीं डाले जा सकते हैं.
उन्होंने आगे कहा बावजूद इसके नियमों को ताक पर रख कर महिला मंडलों के खाते में पैसे डाले गए जो कि आचार संहिता का खुला उल्लंघन है. कांग्रेस उम्मीदवार को फायदा पहुंचाने के लिए यह कार्य किया गया. हालांकि उन्होंने कहा कि इसको लेकर चुनाव आयोग में भी शिकायत की जाएगी. साथ ही हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया जा सकता है.
