हिमाचल दवा निर्माता संघ ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और जीएसटी काउंसिल के सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया है. संघ ने दवाइयों पर जीएसटी दर को 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत किए जाने के निर्णय का स्वागत किया है. संघ के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. राजेश गुप्ता ने कहा कि यह कदम आम मरीजों को राहत पहुंचाने वाला साबित होगा. उन्होंने दवा विक्रेताओं से अपील की है कि 22 सितंबर से लागू हो रहे नए जीएसटी ढांचे के अनुसार दवाइयों की कीमतों में उसी अनुपात में कटौती करें, जिससे टैक्स में मिली राहत का सीधा लाभ जनता को मिल सके.
उन्होंने बताया कि सभी मार्केटिंग कंपनियां भारत सरकार के निर्देशों के अनुरूप अपने वितरकों और स्टॉकिस्टों को सर्कुलर जारी कर रही हैं, ताकि टैक्स स्लैब में बदलाव के अनुसार वितरण व्यवस्था को सही ढंग से लागू किया जा सके. प्रदेश महामंत्री मुनीष ठाकुर, प्रदेश प्रवक्ता संजय शर्मा, चेयरमैन सतीश सिंघल और पैट्रन राकेश बिहारी गुप्ता ने भी इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि दवा उद्योग समाज से सीधे जुड़ा क्षेत्र है और सरकार का यह निर्णय स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ और सस्ती बनाने में सहायक होगा.
उन्होंने भरोसा दिलाया कि हिमाचल के दवा निर्माता नए टैक्स ढांचे के अनुसार ही उत्पादन करेंगे और किसी भी तरह से मरीजों पर अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ने देंगे. संघ ने कहा कि हिमाचल प्रदेश देशभर में फार्मा हब के रूप में जाना जाता है और यहां से बड़ी मात्रा में दवाइयां देशभर में सप्लाई होती हैं. ऐसे में जीएसटी दरों में कमी से न सिर्फ प्रदेशवासियों को, बल्कि पूरे देश के मरीजों को लाभ मिलेगा. दवा निर्माता संघ ने केंद्र सरकार और जीएसटी काउंसिल के इस निर्णय को उद्योग और समाज, दोनों के लिए एक सकारात्मक पहल बताया है और उम्मीद जताई है कि भविष्य में भी स्वास्थ्य क्षेत्र को सशक्त बनाने के लिए इसी तरह के कदम उठाए जाते रहेंगे.
