हिमाचल प्रदेश में मानसून कहर बरपा रहा है. प्रदेश के कई भागों में बारिश लगातार जारी है. बीते दिनों बादल फटने, भूस्खलन व बाढ़ की घटनाओं से प्रदेश में शुक्रवार सुबह तक 223 सड़कें बाधित रहीं. इसके साथ ही 151 बिजली ट्रांसफार्मर व 812 जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित हैं. मंडी जिले में सबसे अधिक 166 सड़कें, 143 बिजली ट्रांसफार्मर व 204 जल आपूर्ति स्कीमें ठप हैं. वहीं कांगड़ा जिले के धर्मशाला, नूरपुर व देहरा उप मंडल में 603 जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित हैं.
20 जून से अब तक बादल फटने, भूस्खलन व बाढ़ से मरने वालों की संख्या 91 पहुंच गई है. 131 लोग घायल हुए हैं. 34 से ज्यादा लोग अभी लापता हैं. इसमें से सबसे ज्यादा नुकसान मंडी जिले में ही हुआ है. मानसून सीजन में अब तक 36 लोगों की सड़क हादसों में जान गई है. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश में सात दिन बारिश जारी रहने का अनुमान जताया है. 11 व 13 जुलाई को कई स्थानों पर, 12 जुलाई को कुछ स्थानों पर और 14 से 17 जुलाई तक अधिकतर स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है.
