पूर्वोत्तर भारत में लगातार दो दिनों से हो रही मूसलधार बारिश के चलते बाढ़ और भूस्खलन ने भीषण तबाही मचाई है। अब तक इन घटनाओं में कम से कम 25 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि लाखों लोग प्रभावित हुए हैं।
असम: भूस्खलन और बाढ़ से जनहानि
असम की राजधानी गुवाहाटी में भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन में कई मकान ढह गए, जिसमें एक ही परिवार के तीन सदस्यों समेत पांच लोगों की मौत हो गई। राज्य के गोलाघाट में दो और लखीमपुर में एक व्यक्ति की मौत बाढ़ के चलते हुई है। कछार और श्रीभूमि जिलों से भी एक-एक मौत की खबर है।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) के अनुसार, 19 जिलों के 56 राजस्व सर्किलों के 764 गांवों के 3,64,046 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
- कछार जिले में सर्वाधिक 1,03,790 लोग प्रभावित हैं
- श्रीभूमि में 83,621
- नागांव में 62,700 लोग प्रभावित
राज्य में अब तक 3,524 हेक्टेयर कृषि भूमि जलमग्न हो चुकी है और 696 मवेशी बह गए हैं।
52 राहत शिविरों में 10,272 लोग शरण लिए हुए हैं और 103 राहत वितरण केंद्र संचालित किए जा रहे हैं।
अरुणाचल प्रदेश: वाहन बहने से 7 की मौत
चीन की सीमा से लगे अरुणाचल प्रदेश में बाढ़ के पानी में एक वाहन बह गया, जिससे सात लोगों की मौत हो गई। एक अन्य घटना में दो लोग डूब गए, जिससे राज्य में कुल मौतों की संख्या 9 हो गई है।
मिजोरम, त्रिपुरा और मेघालय: अचानक बाढ़ में 8 की मौत
बीते 24 घंटों में मिजोरम, त्रिपुरा और मेघालय से भी 8 मौतों की पुष्टि हुई है। सभी मौतें भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ की वजह से हुईं।
मणिपुर और सिक्किम में संकट गहराया
मणिपुर की राजधानी इंफाल में तीन दिनों की लगातार बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव हो गया है। प्रशासन ने इंफाल नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है।
उत्तरी सिक्किम में लगातार भूस्खलन और सड़कों के बंद होने से करीब 1,500 पर्यटक फंस गए हैं। मंगन जिले में तीस्ता नदी में एक वाहन गिरने से एक व्यक्ति की मौत, दो घायल और आठ लोग लापता बताए जा रहे हैं।
प्रशासन की चेतावनी और राहत कार्य
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व शर्मा ने राज्य में स्थिति गंभीर बताते हुए निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि लगातार बारिश के कारण हालात और बिगड़ सकते हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री शर्मा से फोन पर बात कर स्थिति की जानकारी ली और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
भारतीय वायुसेना (IAF) के हेलीकॉप्टर, नौकाएं और अन्य संसाधनों की मदद से राहत और बचाव अभियान तेज कर दिए गए हैं।
शिक्षा संस्थान बंद
कछार जिले में सभी शैक्षणिक संस्थान मंगलवार तक बंद रखने का आदेश जारी किया गया है।