तमिलनाडु में उत्तर-पूर्वी मानसून के सक्रिय होने के बाद से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है। कई जिलों में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है, वहीं दिवाली का उत्साह भी बारिश की मार झेल रहा है। मौसम विभाग ने अगले चार दिनों के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है।
🌧️ तूतीकोरिन और आसपास के इलाकों में सबसे ज़्यादा असर
सोमवार रात से हुई तेज़ बारिश ने तूतीकोरिन जिले में सबसे ज़्यादा तबाही मचाई।
रातभर में 8 सेंटीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की गई, जिससे कई निचले इलाकों में पानी भर गया और घरों में पानी घुस गया।
इसके अलावा नीलगिरी, इरोड, थेनी, विरुधुनगर और तिरुनेलवेली जिलों में भी तेज़ बारिश हुई है।
मौसम विभाग के अनुसार —
- कुन्नूर, बुर्लियार और पेरियाकुलम में 9-10 सेमी बारिश,
- इरोड के कोडिवेरी, तिरुनेलवेली के सर्वलार, और तूतीकोरिन रेलवे स्टेशन पर 8-8 सेमी बारिश दर्ज की गई।
⚠️ बांधों में जलस्तर बढ़ा, निचले इलाकों में अलर्ट
लगातार बारिश के चलते राज्य के कई बड़े जलाशयों का जलस्तर अपनी अधिकतम सीमा के करीब पहुंच गया है। प्रशासन ने निचले इलाकों के लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
🌀 दो निम्न दाब क्षेत्र सक्रिय, चक्रवात की संभावना
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया है कि:
- दक्षिण-पूर्व अरब सागर में बना कम दबाव क्षेत्र अगले 24 घंटों में डिप्रेशन में बदल सकता है।
- वहीं, दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में एक और निम्न दाब प्रणाली बन रही है, जो अगले 48 घंटों में डिप्रेशन का रूप ले सकती है।
🌊 चार दिन भारी बारिश का अलर्ट
IMD ने 20 से 24 अक्टूबर तक तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना जताई है।
- सोमवार और मंगलवार को: पुडुचेरी, कराईकल, रामनाथपुरम, तंजावुर, नागपट्टिनम, मयिलादुथुराई और कुड्डालोर में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी।
- बुधवार और गुरुवार को: चेन्नई, तिरुवल्लूर, चेंगलपट्टू, रानीपेट और वेल्लोर जैसे उत्तरी जिलों में भारी बारिश की आशंका।
⚓ मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त हिदायत
IMD ने मछुआरों को चेतावनी दी है कि अगले चार दिनों तक समुद्र में न जाएं।
तमिलनाडु तट, मन्नार की खाड़ी और कोमोरिन क्षेत्र में 45 से 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है।
जो मछुआरे पहले से समुद्र में हैं, उन्हें मंगलवार सुबह तक तट पर लौटने को कहा गया है।
🏛️ मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने की तैयारियों की समीक्षा
मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए प्रभावित जिलों के कलेक्टरों के साथ बैठक की और हालात की समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, स्थानीय निकाय और स्वास्थ्य विभाग किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।


