हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने राज्य के किसानों के लिए एक अहम फैसला लिया है। उन्होंने प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों (पैक्स) से जुड़े किसानों के बकाया ऋणों पर ब्याज माफ करने की योजना की घोषणा की है। इस योजना से राज्य के लाखों किसानों और गरीब मजदूरों को वित्तीय राहत मिलेगी।
जानकारी के अनुसार, इस योजना के तहत लगभग 6.81 लाख किसान और गरीब मजदूर लाभान्वित होंगे और कुल 2,266 करोड़ रुपये का ब्याज माफ किया जाएगा। योजना का लाभ मृत किसानों के परिवारों तक भी पहुंचेगा। उनके वारिस यदि मूल राशि का भुगतान करते हैं, तो उन्हें भी ब्याज माफी का लाभ मिलेगा। अनुमान है कि इससे मृत किसानों के परिवारों को करीब 900 करोड़ रुपये की राहत मिलेगी।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने चंडीगढ़ में कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा के साथ संवाद करते हुए बताया कि यह योजना बजट सत्र 2025-26 में प्रस्तावित की गई थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि योजना का उद्देश्य पैक्स से ऋण लेने वाले किसानों को वित्तीय बोझ से राहत देना है।
इस योजना के अंतर्गत, जो किसान फसली ऋण, काश्तकार ऋण या दुकानदारी के लिए ऋण ले चुके हैं और जिनका ऋण 30 सितंबर 2024 तक अतिदेय हो चुका है, वे इसमें शामिल हो सकते हैं। योजना के तहत, यदि किसान अपने बकाया मूलधन का भुगतान समिति में करते हैं, तो उनका पूरा ब्याज माफ कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि मूलधन जमा करने के बाद किसान अगले महीने अपनी नई फसल के लिए तीन किस्तों में नया ऋण भी ले सकते हैं, जिससे उन्हें वित्तीय मदद का सतत लाभ मिलेगा।


