चुराह के विधायक हंसराज पर अश्लील चैट के संगीन आरोप लगाकर एफआईआर दर्ज करवाने वाली युवती ने सोमवार शाम को अपने आरोपों से पलटते हुए एक नया बयान जारी किया। सुबह में जहां हिमाचल की राजनीति इन आरोपों से गरमाई हुई थी, वहीं शाम को युवती ने सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में कहा कि उसके द्वारा विधायक पर लगाए गए आरोप निराधार हैं। उसने अदालत में दिए गए बयान में स्पष्ट किया कि ये आरोप गलतफहमी और बहकावे के कारण लगाए गए थे।
युवती ने यह भी कहा कि वह और उसके पिता बद्दी में पूरी तरह सुरक्षित हैं और लोगों से झूठी अफवाहें न फैलाने की अपील की। उसने चुराह के विधायक को मामले में क्लीन चिट देते हुए कांग्रेस नेताओं और मीडिया से इस मामले को बेवजह तूल न देने की बात कही।
इससे पहले, युवती ने विधायक पर व्हाट्सऐप के माध्यम से अश्लील चैट करने और न्यूड फोटो भेजने का दबाव डालने के आरोप लगाए थे। उसने कहा था कि जब भी विधायक से काम के लिए बात की जाती थी, तो उनका एक ही जवाब होता था कि पहले उनसे मिलना पड़ेगा और उनकी शर्तें माननी होंगी, तभी काम होगा।
युवती ने यह भी कहा था कि विधायक बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देते हैं, लेकिन वही बेटियों को प्रताड़ित कर रहे हैं। इन आरोपों के बाद युवती ने अपने और अपने परिवार की सुरक्षा की चिंता जताई थी। पुलिस ने युवती की शिकायत पर आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था।
हालांकि, विधायक हंसराज ने इस मामले को राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा कि शिकायतकर्ता भाजपा परिवार की बेटी है और उनके राजनीतिक विरोधियों ने उसे बरगलाया है। उन्होंने कहा कि वह इस मामले में किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हैं।