“विदेशी निर्भरता है भारत का सबसे बड़ा दुश्मन”: पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने एक दिन के दौरे पर गुजरात पहुंचे हैं. उन्होंने अपने दौरे की शुरुआत भावनगर से की है, जहां उन्होंने रोड शो किया. इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी भावनगर में हजारों करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. अपने इस दौरे में पीएम मोदी कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे. इस दौरान उनका ध्यान समुद्री और औद्योगिक विकास पर रहेगा, खासतौर पर भावनगर, धोलेरा और लोथल जैसे इलाकों में. इस दौरे का मकसद गुजरात में व्यापार, उद्योग और बुनियादी ढांचे को और मजबूत करना है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत हर साल करीब 6 लाख करोड़ रुपये विदेशी शिपिंग कंपनियों को किराए के रूप में देता है. यह राशि देश के रक्षा बजट के बराबर है. उन्होंने कहा कि अगर पहले की सरकारें इस पैसे का थोड़ा सा हिस्सा भी भारत की शिपिंग इंडस्ट्री में लगातीं, तो आज भारत दुनिया को जहाज किराए पर दे रहा होता.

पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस सरकारों की गलत नीतियों के कारण भारत का शिपिंग सेक्टर बर्बाद हो गया. पहले 40% व्यापार अपने जहाजों से होता था, जो अब घटकर सिर्फ 5% रह गया है। यानी भारत अपने 95% समुद्री व्यापार के लिए विदेशी जहाजों पर निर्भर है. उन्होंने बताया कि भारत पहले शिप निर्माण में एक बड़ा नाम था, लेकिन लाइसेंस-कोटा राज और ग्लोबलाइजेशन में गलत दिशा के चलते यह ताकत खत्म हो गई. प्रधानमंत्री ने कहा, “दूसरे देशों पर हमारी निर्भरता ही हमारी सबसे बड़ी कमजोरी है। यह निर्भरता हमें हर क्षेत्र में पीछे ले जाती है.”

पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर भारत को इस समस्या का समाधान बताया. उन्होंने कहा कि भारत को अब समुद्र को अवसर मानकर आगे बढ़ना होगा. उन्होंने हाल ही में शिपिंग और पोर्ट्स से जुड़े कई प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन किया, जिससे इस क्षेत्र को फिर से खड़ा किया जा सके. “हम 140 करोड़ देशवासियों के भविष्य को दूसरों के भरोसे नहीं छोड़ सकते,” पीएम मोदी ने स्पष्ट किया.

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