उत्तर भारत में लगातार हो रही बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं. दिल्ली में हालात बिगड़ते नजर आ रहे हैं. राजधानी दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है, जिससे निचले इलाकों में पानी भर गया है. बुधवार सुबह यमुना का जलस्तर 206.86 मीटर तक पहुंच गया, जिससे पुराने उस्मानपुर और गढ़ी मांडू गांव जैसे क्षेत्रों में पानी घुसने लगा. हालात को देखते हुए इन इलाकों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है.
लोहा पुल पर रोका गया ट्रैफिक और ट्रेन सेवा
मंगलवार शाम यमुना का जलस्तर 206 मीटर से ऊपर चला गया, जिसके बाद प्रशासन ने एहतियात के तौर पर लोहा पुल पर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी. बुधवार सुबह ट्रेनों की आवाजाही भी रोक दी गई.
यातायात हुआ डायवर्ट, लंबा जाम
शाहदरा प्रशासन और दिल्ली पुलिस ने मिलकर ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया है. शास्त्री पार्क पुश्ता रोड और गांधी नगर रोड पर भारी जाम लग गया है. पुलिस ने ट्रैफिक कंट्रोल के लिए जगह-जगह बैरिकेड्स लगा दिए हैं और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है. गांधी नगर से पुरानी दिल्ली जाने वाले वाहन अब गीता कॉलोनी फ्लाईओवर से होकर निकाले जा रहे हैं. वहीं यमुना बाजार से यमुनापार जाने वाले वाहनों को कश्मीरी गेट होते हुए जीटी रोड की ओर भेजा जा रहा है.
गोशाला की गायों को भी किया गया शिफ्ट
लोहा पुल के पास स्थित गोशाला में भी पानी भरने का खतरा बढ़ गया है, इसलिए वहां की गायों को भी बाहर निकाला गया है. प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वह बाढ़ प्रभावित इलाकों में न जाएं और ट्रैफिक एडवाइजरी का पालन करें. उम्मीद की जा रही है कि बुधवार रात से जलस्तर में थोड़ी गिरावट आ सकती है.
