किसानों के साथ धोखा किया, केंद्र और पंजाब सरकार पर भड़के बजरंग पूनिया

कांग्रेस नेता और ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग ने शंभू और खनौरी बॉर्डर से आंदोलनरत किसानों को हटाए जाने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए दुख व्यक्ति किया है. उन्होंने कहा कि किसानों पर सरकार द्वारा कई अत्याचार किए गए. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट की.

कांग्रेस नेता बजरंग पूनिया ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, 13 महीनों से शंभु और खनौरी मोर्चे पर आंदोलन चल रहा था. इन 13 महीनों में सरकार ने किसानों पर बेइंतहा जुल्म किए. सरकार ने किसानों पर गोलियां चलवाईं, आंसू गैस छोड़ी, किसान शुभकरण को गोली से मार दिया. किसान अपनी मेहनत का न्यूनतम लाभ सुनिश्चित करने की गारंटी की मांग को लेकर दिल्ली जा रहे थे. सरकार ने बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोका, पीटा और तरह-तरह के जुल्म किए. इसके बावजूद किसान शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन जारी रखे हुए थे और सरकार के साथ वार्ता भी चल रही थी.

लेकिन सरकार ने छल से किसान नेताओं को वार्ता बैठक के बाद गिरफ्तार कर लिया और धरनास्थलों को बुलडोजर चला कर तहस-नहस कर दिया. सरकार और पुलिस अपना सीना फुलाकर खुद को गौरवान्वित महसूस कर रही होगी—करना भी चाहिए! क्योंकि सदियों से मेहनतकश वर्ग पर लुटेरा वर्ग ऐसे ही जुल्म करता आया है.

लेकिन सत्ताधीशों को एक बात जरूर याद रखनी चाहिए जब-जब मेहनतकश वर्ग ने एकजुट होकर ज़ुल्म का जवाब दिया है, तब-तब क्रांतियां जन्मी हैं. इतिहास गवाह है, ज़ुल्म जितना ज्यादा होगा, संघर्ष उतना ही शानदार होगा. यह कृत्य किसके इशारे पर हुआ है? क्या केंद्र के दबाव में भगवंत मान सरकार ने यह किया, या दोनों सरकारों ने मिलकर किसानों का गला काटने का काम किया? यह स्थिति भी जल्द स्पष्ट हो जाएगी.लेकिन हुक्मरानों को यह याद रखना चाहिए किसान झुकने वाला नहीं है. वह थोड़ी देर दम लेकर फिर पलटवार करेगा, नई ऊर्जा के साथ.

error: Content is protected !!