न्यूज़ फ्लिक्स भारत। किसान अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर सड़कों पर उतर गए हैं और दिल्ली कूच कर रहे हैं. आज सुबह से नोएडा के रास्ते दिल्ली में एंट्री की कोशिश में लगे किसानों की वजह से पूरा नोएडा जाम हो गया. आज सुबह हजारों की संख्या में किसान महामाय फ्लाईओवर तक पहुंचे और दिल्ली की तरफ कूच कर गए हैं. किसानों को रोकने के लिए कंटेनर और बैरिकेड की लेयर जो अम्बेडकर पार्क के सामने थी, उन्हें वो तोड़ कर आगे आ गए हैं और सड़क पर बैठ गए हैं.
यह आंदोलन उस ऐतिहासिक किसान आंदोलन की याद दिलाता है, जिसने नवंबर 2020 से दिसंबर 2021 तक दिल्ली की सीमाओं पर देशभर का ध्यान आकर्षित किया था. उस समय किसानों ने तीन विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ व्यापक प्रदर्शन किया था. आंदोलन के दौरान लाखों किसानों ने दिल्ली की सीमाओं पर महीनों तक डेरा डाले रखा. अंततः सरकार ने आंदोलनकारियों की मांगें मानते हुए तीनों कृषि कानून वापस ले लिए.
वहीं, अब एक बार फिर किसानों अपनी मांगों के लेकर सड़कों पर हैं. किसानों का कहना है कि नए भूमि अधिग्रहण कानून के अनुसार 1 जनवरी 2014 के बाद अधिग्रहित भूमि का 4 गुना मुआवजा दिया जाए. गौतमबुद्ध नगर में 10 साल से सर्किल रेट भी नहीं बढ़ाया गया है. नए भूमि अधिग्रहण कानून के लाभ जिले में लागू किए जाएं. किसान चाहते हैं कि जमीन अधिग्रहण के बदले 10 फीसदी विकसित भूखंड दिया जाए और 64.7 फीसदी की दर से मुआवजा दिया जाए. भूमिधर, भूमिहीन किसानों के बच्चों को रोजगार और पुनर्विकास के लाभ दिए जाएं. हाई पावर कमेटी की सिफारिशें लागू की जाएं. आबादी क्षेत्र का उचित निस्तारण किया जाए.
