हमीरपुर, 2 नवंबर – सुजानपुर के पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने कांग्रेस की हिमाचल में चुनावी गारंटियों को पूरा न कर पाने पर तीखा हमला किया है, जिससे पार्टी की राष्ट्रीय स्तर पर फजीहत हो रही है। राणा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया, यह कहते हुए कि विकास और जनकल्याण के मुद्दों पर झूठे आंकड़े पेश कर अपनी छवि बनाने का प्रयास कभी सफल नहीं होगा।
राजेंद्र राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने हाल ही में डोडरा क्वार के दौरे के दौरान खुद को पहले मुख्यमंत्री के रूप में प्रचारित किया, जबकि यह क्षेत्र पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह का रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री के दावों पर सवाल उठाते हुए कहा कि बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने और महिलाओं को ₹1500 प्रति माह देने का वादा आज भी अधूरा है।
उन्होंने यह भी बताया कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी नेताओं को नसीहत दी है कि वे केवल वही वादे करें, जिन्हें पूरा किया जा सके। राणा ने कहा, “गुमराह करने वाली खबरें छपवाकर मुख्यमंत्री जनता में कभी अपनी छवि बनाने में सफल नहीं होंगे।”
भाजपा के राज्यसभा सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज ने कांग्रेस के अध्यक्ष खड़गे की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि खड़गे को यह ज्ञान पहले आना चाहिए था। उन्होंने कहा कि झूठी गारंटियों के कारण कांग्रेस शासित राज्य आर्थिक दिवालियेपन की कगार पर हैं। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि पार्टी घोषणाओं को फाइलों में ही रखती है और उन्हें धरातल पर लागू नहीं करती।
डॉ. भारद्वाज ने सवाल उठाया कि क्या खड़गे ने अपने पार्टी के नेताओं को यह ज्ञान दिया है कि केवल वही वादे करें, जिनके लिए बजट हो। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का इतिहास झूठी घोषणाओं से भरा हुआ है, जिसमें “गरीबी हटाओ” का वादा भी शामिल है, जो सिर्फ एक राजनीतिक नारा साबित हुआ।
कुल मिलाकर, दोनों नेताओं ने कांग्रेस की नीतियों और उनकी प्रभावशीलता पर सवाल उठाया, यह संकेत देते हुए कि आगामी चुनावों में पार्टी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।