महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने बुधवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे पर वक्फ संशोधन विधेयक का विरोध करने के लिए निशाना साधा. उन्होंने उन पर हिंदुत्व और बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा को त्यागने का आरोप भी लगाया. एकनाथ शिंदे ने कहा कि इसका विरोध करके यूबीटी ने अपना असली चेहरा उजागर कर दिया है. यह साबित हो गया है कि उन्होंने हिंदुत्व और बालासाहेब ठाकरे के आदर्शों को पूरी तरह त्याग दिया है. यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने आरोप लगाया कि उद्धव ठाकरे असदुद्दीन ओवैसी की भाषा बोल रहे हैं. वफ्फ बोर्ड का विरोध करके यूबीटी ने अपन असली चेहरा सामना लाया है, यह दुर्भाग्यपुर्ण है.
एकनाथ शिंदे ने कहा कि यह 2019 में हुए विश्वासघात से भी बड़ा अपराध है जब उन्होंने बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा को त्यागकर 2019 में कांग्रेस के साथ सरकार बनाई थी. उन्होंने कहा, “उद्धव ठाकरे पूरी तरह से भ्रमित हैं. उन्हें यह भी नहीं पता कि क्या निर्णय लेना है. जब नेतृत्व इस तरह का हो जाता है, तो पार्टी का भविष्य भी अंधकार में होता है. उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक 2025 का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों पर कुछ चुनिंदा लोगों के एकाधिकार को समाप्त करना है, जबकि उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस गरीबों को गरीबी में रखना चाहती है.
