हिमाचल प्रदेश में क्रिप्टो करेंसी में निवेश के नाम पर हुई 2,000 करोड़ रुपये की बड़ी ठगी के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को हिमाचल और पंजाब के जीरकपुर में छापेमारी की। ईडी की टीम ने मंडी जिले के चांबी और लोहारा, तथा कांगड़ा जिले के नगरोटा बगवां में कुल छह ठिकानों पर दबिश दी। इस दौरान टीम ने संदिग्ध लेन-देन, बैंक खाते, निवेश से जुड़े दस्तावेज और डिजिटल उपकरण जैसे कंप्यूटर व मोबाइल फोन कब्जे में लिए।
सुंदरनगर क्षेत्र में ही लगभग 20 करोड़ रुपये का निवेश क्रिप्टो में हुआ था। ईडी ने नाचन और बल्ह के दो लोगों से पूछताछ भी की। सूत्रों के अनुसार, आरोपी लोगों को अधिक मुनाफे का लालच देकर निवेश कराता था। नगरोटा बगवां में फार्मासिस्ट और प्रॉपर्टी डीलर के घर भी छापे मारे गए।
मुख्य आरोपी मंडी का सुभाष शर्मा विदेश भाग चुका है। हाल ही में जिला अदालत ने उसे उद्घोषित अपराधी घोषित किया। सुभाष पर प्रदेश के 80 हजार से अधिक लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी करने का आरोप है। ईडी ने जब्त दस्तावेजों और डिजिटल रिकॉर्ड की जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा और निगरानी कड़ी रखी गई है।


