नई दिल्ली। मंगलवार, 30 सितंबर 2025 की सुबह देश के पूर्वोत्तर राज्यों में भूकंप के झटकों ने लोगों को चौंका दिया। दिन निकलते ही करीब सुबह 6:10 बजे धरती हिली, जिससे दहशत में आए कई लोग घरों से बाहर निकल आए।
नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.7 मापी गई। इसका केंद्र म्यांमार में था, जो भारत के मणिपुर राज्य के उखरुल जिले से लगभग 27 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित है।
सतह के पास था केंद्र, इसलिए अधिक महसूस हुए झटके
इस भूकंप की गहराई केवल 15 किलोमीटर थी। विशेषज्ञों के अनुसार, जब भूकंप कम गहराई पर आता है, तो उसका असर सतह पर ज्यादा होता है और संभावित नुकसान की आशंका भी बढ़ जाती है। झटकों का असर मणिपुर, नागालैंड और असम सहित कई पूर्वोत्तर राज्यों में महसूस किया गया।
तिब्बत और बांग्लादेश भी हुए प्रभावित
उसी दिन तिब्बत में भी 3.3 तीव्रता का भूकंप आया, जिसकी गहराई 10 किलोमीटर थी। इसके अलावा, 27 सितंबर को बांग्लादेश में भी 3.5 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था, जो कोलकाता से लगभग 89 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में स्थित था। इन लगातार आ रहे झटकों से यह साफ है कि हिमालयी क्षेत्र और इसके आसपास का इलाका भूकंपीय रूप से अत्यधिक सक्रिय बना हुआ है।
कोई बड़ा नुकसान नहीं, लेकिन निगरानी जारी
अब तक किसी भी क्षेत्र से जान-माल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है, लेकिन स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। NCS के अनुसार, म्यांमार में भूकंप का सटीक स्थान 24.73°N, 94.63°E दर्ज किया गया है।
लोगों से अपील की गई है कि वे अफवाहों से बचें और आधिकारिक सूचना का ही पालन करें। साथ ही, आपात स्थिति के लिए सतर्क और तैयार रहें।


