प्रदेश में लंबे इंतजार के बाद मौसम ने करवट बदली है। रविवार को राज्य के विभिन्न हिस्सों में सीजन की पहली बर्फबारी हुई, जिससे पर्यटकों के चेहरे खिल उठे। लगभग दो महीने से न तो बारिश हो रही थी और न ही बर्फबारी, लेकिन रविवार को दिनभर चली शीतल हवाओं के बाद शाम होते-होते लाहौल-स्पीति से लेकर शिमला तक बर्फ के फाहे गिरे। बर्फबारी से किसानों और बागवानों को सूखे से थोड़ी राहत मिली है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 8 और 9 दिसंबर को ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का येलो अलर्ट जारी किया है। रात के समय लाहौल-स्पीति, चंबा, कुल्लू, किन्नौर, मंडी और शिमला के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की संभावना है। वहीं, सोलन, सिरमौर और बिलासपुर के कुछ हिस्सों में बारिश हो सकती है, जो गरज और चमक के साथ होगी। ऊना, हमीरपुर और कांगड़ा में भी हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। लोगों से मौसम का पूर्वानुमान देखते रहने का आग्रह किया गया है।
लाहौल-स्पीति में बर्फबारी के बाद पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए फंसे हुए लोगों का रेस्क्यू किया। रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। स्थानीय प्रशासन की ओर से पर्यटकों के ठहरने और खाने-पीने का इंतजाम किया गया है। हालांकि, बर्फबारी के कारण शाम को लाहौल-स्पीति में फिसलन की वजह से खंगसर मोड़ पर कई वाहन आपस में टकरा गए। राहत की बात यह है कि इस सड़क हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ।
फिलहाल, मनाली-लेह मार्ग बाधित है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि केवल अत्यावश्यक स्थिति में ही सड़क मार्ग का इस्तेमाल करें। साथ ही सड़क पर वाहन चलाते समय सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।