शिमला शहर में बरसात के चलते हम पेयजल संकट खड़ा हो गया है पेयजल परियोजनाओं में घाट के चलते पानी की सप्लाई बाधित हो रही है. वहीं, सोमवार को शहरी विधायक का रीज़न था पेयजल कंपनी के कार्यालय पहुंचे और अधिकारियों के साथ बैठक की ओर पेयजल परियोजनाओं की मौजूदा स्थिति की समीक्षा की और ढली ओर पीटरहॉफ में दो बड़े पानी के टैंक को जल्द शुरू करने के निर्देश दिए। ताकि जब गिरी व गुम्मा परियोजनाओं से पंपिंग नहीं हो पाएगी, तब इन टैंकों से शहरवासियों को पानी उपलब्ध करवाया जाएगा।
इन दोनों टैंकों में कुल 17 एमएलडी पानी स्टोर किया जा सकेगा। ढली टैंक की क्षमता 10 एमएलडी जबकि पीटरहॉफ टैंक 7 एमएलडी पानी स्टोर कर सकेगा। यह स्टोरेज व्यवस्था गाद बढ़ने या पावर कट जैसी तकनीकी दिक्कतों के दौरान राहत पहुंचाने में मददगार होगी। विधायक जनारथा ने बताया कि लगातार बारिश की वजह से पंपिंग पर असर पड़ा है। गिरी व गुम्मा से सबसे अधिक पानी आता है, लेकिन इन स्रोतों में बारिश के चलते पावर कट और गाद की मात्रा बढ़ गई है।
उन्होंने कहा कि अगर आगे बारिश नहीं हुई तो आने वाले दो-तीन दिनों में सप्लाई शेड्यूल सुधर सकता है। कोई होने का की शिमला की पीटरहाफ और ढली में पानी के टैंक बनकर तैयार है लेकिन उसे शुरू नहीं किया जा रहा है और पेयजल कंपनी को इन्हें जल्दी शुरू करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि बीओडी द्वारा शिमला शहर में पानी बिलों में आठ फीसदी तक के बढ़ोतरी करने का फैसला किया है।लेकिन इस साल ये लागू नही किया जाएगा। मार्च महीने में ही इसे लागू करने पर विचार किया जाएगा।
