फिडे शतरंज महिला वर्ल्ड कप 2025 में भारत की दिव्या देशमुख ने हमवतन कोनेरू हम्पी को टाईब्रेकर में शिकस्त दी है. दिव्या इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट को जीतने के साथ ही ग्रैंडमास्टर बन गईं हैं. वह ग्रैंडमास्टर बनने वाली सिर्फ चौथी भारतीय महिला और कुल 88वीं खिलाड़ी हैं. कम उम्र में ही उन्होंने बड़ी सफलता हासिल की है. दो क्लासिकल मुकाबलों के ड्रॉ होने के बाद टाईब्रेकर में जीत दर्ज की.
जॉर्जिया के बातूमि में हुए इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में दिव्या ने शानदार खेल दिखाया. फाइनल में उनका मुकाबला भारत की ही दिग्गज ग्रैंडमास्टर कोनेरू हंपी से हुआ. शनिवार और रविवार को खेले गए दो क्लासिकल मुकाबले बराबरी पर खत्म हुए. दोनों खिलाड़ियों ने एक-एक अंक लेकर स्कोर 1-1 पर बनाए रखा.
दिव्या देशमुख ने समय नियंत्रित टाईब्रेकर की पहली बाजी में सफेद मोहरों से खेलते हुए कोनेरू हम्पी को ड्रॉ पर रोका. दूसरी बाजी में काले मोहरों से खेलते हुए उन्होंने दो बार की विश्व रैपिड चैंपियन को हराकर 2.5-1.5 से जीत दर्ज की और खिताब जीत लिया. वह फिडे शतरंज महिला वर्ल्ड कप का खिताब जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनी हैं.
