National

दिल्ली कार ब्लास्ट: चार देशों से डिग्री प्राप्त डॉक्टरों पर केंद्रीय जांच एजेंसियों की कड़ी नजर

दिल्ली में हाल ही में हुए कार विस्फोट के बाद केंद्रीय जांच एजेंसियां पाकिस्तान, बांग्लादेश, संयुक्त अरब अमीरात और चीन से डिग्री लेकर लौटे डॉक्टरों पर पैनी नजर बनाए हुए हैं। सीबीआई, एनआईए और दिल्ली पुलिस संयुक्त रूप से इस मामले की जांच कर रही हैं। एजेंसियां यह पता लगा रही हैं कि क्या इन डॉक्टरों का किसी भी तरह से टेरर मॉड्यूल से संपर्क रहा या उन्हें हमले की जानकारी थी।

जांच के तहत अस्पतालों, नर्सिंग होम और अन्य स्वास्थ्य संस्थानों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इन चार देशों से डिग्री प्राप्त डॉक्टरों का पूरा विवरण उपलब्ध कराएं। एजेंसियों ने इस प्रक्रिया को अत्यंत जरूरी बताते हुए शीघ्र जवाब देने का अनुरोध किया है। साथ ही, डॉक्टरों के आपराधिक रिकॉर्ड और वित्तीय लेनदेन की भी गहन जांच की जाएगी। कुछ अस्पतालों ने इस डेटा के लिए दिल्ली मेडिकल काउंसिल (डीएमसी) से मदद लेने की सलाह दी है, जो इस प्रकार के रिकॉर्ड रखने वाली सरकारी संस्था है।

इस बीच, एनआईए ने इस मामले में अब तक दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी डॉ. उमर नबी के सहयोगी आमिर राशिद अली को 16 नवंबर को और कश्मीर निवासी जसीर बिलाल वानी उर्फ दानिश को 17 नवंबर को हिरासत में लिया गया। दोनों वर्तमान में एनआईए की हिरासत में हैं और उनसे मामले की गंभीर जानकारी जुटाई जा रही है। जांच एजेंसियों का मकसद स्पष्ट है: हमले में शामिल किसी भी नेटवर्क या संदिग्ध गतिविधियों की पहचान करना और भविष्य में ऐसे खतरों को रोकना।

error: Content is protected !!