लघु उद्योग भारती के एक प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय स्वास्थ्य जेपी नड्डा जी से मुलाकात की. लघु उद्योग भारती प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व अखिल भारतीय अध्यक्ष घनश्याम ओझा, महासचिव ओम प्रकाश गुप्ता, राष्ट्रीय सचिव नरेश पारीक के साथ-साथ फार्मास्युटिकल उत्पाद समूह के प्रमुख डॉ. राजेश गुप्ता और सदस्य डॉ. रवलीन खुराना, अमित चावला ने किया. इस दौरान वस्त्र एवं परिधान उत्पाद समूह के पदाधिकारी रवि पोद्दार और महेश हुरकट भी उपस्थित थे.
बैठक के दौरान, लघु उद्योग भारती प्रतिनिधिमंडल ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को प्रभावित करने वाली कई गंभीर चिंताओं पर प्रकाश डाला, जिनमें शामिल हैं-
लघु और सूक्ष्म दवा इकाइयों के सामने अनुपालन और स्थिरता संबंधी चुनौतियां.
पात्र उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के लाभों के वितरण में देरी.
वस्त्र उद्योग में एमएसएमई पर गुणवत्ता नियंत्रण आदेशों (क्यूसीओ) का प्रतिकूल प्रभाव, विशेष रूप से पीटीए, पीओवाई और एफडीवाई खंडों के संबंध में.
खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम, 2006 की धारा 5 के अनुसार, भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) में एमएसएमई के पर्याप्त प्रतिनिधित्व का प्रस्ताव.
केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने प्रतिनिधिमंडल को प्रमुख क्षेत्रों में एमएसएमई के विकास और वृद्धि को समर्थन देने के लिए सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता का आश्वासन दिया. जेपी नड्डा ने वरिष्ठ अधिकारियों को एलयूबी प्रतिनिधियों के साथ अनुवर्ती बैठक के लिए तुरंत निर्देश दिए ताकि उनकी सभी चिंताओं का समाधान किया जा सके.
