देव भूमि संघर्ष समिति का ऐलान, अवैध निर्माण नहीं हटा तो संजौली में जुटेंगे हिन्दू

देव भूमि संघर्ष समिति ने एक बार फिर समय पर संजौली मस्ज़िद से अवैध निर्माण हटाने की मांग की है. संघर्ष समिति ने प्रशासन पर हिंदू समाज के साथ षडयंत्र करने का आरोप लगाया है. देवभूमि संघर्ष समिति ने पहले नवरात्र पर सरकार और प्रशासन की सद्बुद्धि के लिए हवन करने का ऐलान किया है. साथ ही समय पर अवैध निर्माण न हटाने की सूरत में संजौली चलो के नारे के साथ प्रदेश भर के हिंदू समाज से संजौली में जुटने का आह्वान किया है.

हिमाचल प्रदेश देवभूमि संघर्ष समिति के संयोजक भरत भूषण ने कहा कि 5 अक्टूबर को आयुक्त अदालत ने दिसंबर महीने तक संजौली मस्जिद के ऊपर की तीन मंजिलों को हटाने के आदेश दे दिए थे. मगर प्रशासन इस काम को करवाने में अब तक असफल रहा है. इसके बाद सुनवाई के लिए 15 मार्च की तारीख तय की जाती है मगर सुनवाई नहीं होती. उच्च न्यायालय मामले को 8 हफ्तों के भीतर निपटने के आदेश दे चुका है लेकिन आयुक्त अदालत उच्च न्यायालय के आदेशों का पालन नहीं कर रही है.

भरत भूषण ने आरोप लगाया कि सरकार के दबाव में आयुक्त की अदालत में हिंदू समाज के साथ षडयंत्र किया है. साथ ही प्रदेश में बाहर से आने वाले प्रवासियों जिसमें रोहिंग्या और बांग्लादेशी शामिल है पर भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. ऐसे में अब देवभूमि संघर्ष समिति प्रदेश सरकार और प्रशासन की सद्बुद्धि के लिए पहले नवरात्र पर हवन का आयोजन करेगी. साथ ही अगर समय रहते संजौली मस्जिद से अवैध निर्माण नहीं हटाया गया तो ‘संजौली चलो’ के नारे के साथ पूरे प्रदेश के हिंदू समाज से संजौली में जुटने का आह्वान करेगी. देवभूमि संघर्ष समिति  न्याय व्यवस्था को बचाने के लिए हर प्रकार से तैयार है.

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