महाराष्ट्र में हलाल और मल्हार मीट को लेकर सियासत तेज हो गई है। भाजपा मंत्री नितेश राणे के मल्हार मीट प्रमाणीकरण के समर्थन में दिए बयान ने विवाद खड़ा कर दिया है। नितेश राणे का कहना है कि “मल्हार सर्टिफिकेट से हिंदू समुदाय को शुद्ध और बिना मिलावट वाला मटन मिलेगा। हलाल मीट में कई गड़बड़ियां होती हैं, इसलिए हिंदुओं को सतर्क रहना चाहिए।”
AAP सांसद मलविंदर सिंह कांग ने आरोप लगाया कि “सबसे बड़ा बीफ निर्यातक हिंदू समुदाय से आता है। नितेश राणे समाज को बांटने की राजनीति कर रहे हैं।” वहीं, सपा विधायक रईस शेख ने कहा, “अगर लोग मल्हार मीट खाना चाहते हैं, तो यह उनकी पसंद है। लेकिन सरकार को साफ करना चाहिए कि वह इस फैसले के साथ है या नहीं?”
वहीं, शिंदे सेना और बीजेपी के नेताओं ने राणे के बयान का समर्थन किया। बीजेपी विधायक राम कदम ने कहा, “लोग क्या खाना चाहते हैं, यह उनकी पसंद है। विपक्ष बेवजह इसे राजनीतिक मुद्दा बना रहा है।”फेस्टिवल सीजन में इस मुद्दे के उठने को सियासी रणनीति माना जा रहा है। हिंदू त्योहारों के समय हलाल बनाम मल्हार मीट का विवाद खड़ा कर ध्रुवीकरण की कोशिश हो रही है। अब देखना होगा कि सरकार इस पर क्या कदम उठाती है।
