दिल्ली पुलिस ने ऑनलाइन डेटिंग प्लेटफ़ॉर्म्स के ज़रिए चल रही एक बड़े साइबर फ़्रॉड नेटवर्क को उजागर करते हुए उगांडा के नागरिक माइकल इगा को बुराड़ी क्षेत्र से गिरफ्तार किया। आरोप है कि वह सोशल मीडिया और डेटिंग ऐप्स पर महिलाओं की नकली प्रोफाइल बनाकर लोगों को भावनात्मक रूप से फँसाता और फिर निवेश के नाम पर भारी रकम ठग लेता था। पुलिस के अनुसार, वह कई महीनों से लगातार अपना ठिकाना बदलकर गिरफ्तारी से बचने की कोशिश कर रहा था। अब तक उसके खिलाफ 14 साइबर धोखाधड़ी के मामले सामने आ चुके हैं।
मामला तब खुला जब किशनगढ़ के एक निवासी ने NCRP पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई। व्यक्ति ने बताया कि उनकी मुलाकात Happn ऐप पर एक महिला से हुई, जिसने खुद को एक कॉस्मेटिक कंपनी की कर्मचारी बताया था। बातचीत बढ़ने के बाद उसने पीड़ित को असम में मिलने वाले एक कथित महंगे तेल के व्यापार में मुनाफ़ा कमाने का लालच दिया। उसने दावा किया कि तेल दो लाख रुपये प्रति लीटर में खरीदा जा सकता है और आगे इसे तीन लाख से अधिक में बेचा जा सकता है। प्रस्ताव पर विश्वास करते हुए पीड़ित ने अलग–अलग खातों में कुल 1,90,000 रुपये भेज दिए। पैसे मिलते ही महिला ने संपर्क तोड़ दिया। बाद में पता चला कि कंपनी, व्यवसाय और प्रोफाइल—सब कुछ नकली था। शिकायत के बाद शुरू हुई तकनीकी जांच में पुलिस ने मनी ट्रेल, डिजिटल गतिविधियों और लोकेशन बदलने के पैटर्न का विश्लेषण किया। कई दिनों की निगरानी के बाद अंततः आरोपी को बुराड़ी में पकड़ा गया। उसके पास से कई मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, छह डेबिट कार्ड और नकदी बरामद हुई।
पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह अपनी गर्लफ्रेंड की तस्वीरों का इस्तेमाल कर आकर्षक महिला प्रोफाइल बनाता था। सोशल मीडिया और डेटिंग ऐप्स पर लोगों से भरोसा जीतने के बाद वह उन्हें ऊँचे मुनाफ़े वाली झूठी स्कीम में फँसाता और पैसे मिलते ही गायब हो जाता था। यह भी सामने आया कि वह भारत में अवैध रूप से रह रहा था। पुलिस ने मामले की जानकारी FRRO और उगांडा दूतावास को भेज दी है, जबकि उसके नेटवर्क और संभावित सहयोगियों की तलाश जारी है।


