आदित्य ठाकरे ने सपा को बताया ‘भाजपा की बी टीम’, पार्टी का कड़ा पलटवार

शिवसेना (यूबीटी) के विधायक आदित्य ठाकरे ने समाजवादी पार्टी के नेता अबू आज़मी और उनकी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें महाराष्ट्र में ‘भाजपा की बी टीम’ करार दिया। आदित्य की यह प्रतिक्रिया अबू आज़मी द्वारा महाविकास अघाड़ी (एमवीए) से अलग होने की घोषणा के एक दिन बाद आई है।

आदित्य ठाकरे ने कहा, “मैं ज्यादा टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा, लेकिन सपा (महाराष्ट्र इकाई) कभी-कभी भाजपा की बी टीम की तरह व्यवहार करती है। हमारा हिंदुत्व स्पष्ट है। यह ‘हृदय में राम और हाथ को काम’ का है और सभी को साथ लेकर चलता है। बी टीमों को हमें नहीं सिखाना चाहिए कि महाराष्ट्र कैसे चलता है। उद्धव ठाकरे ने सभी को साथ लेकर चलने का उदाहरण पेश किया है।”

समाजवादी पार्टी का जवाब

आदित्य ठाकरे के इस बयान पर समाजवादी पार्टी के विधायक रईस शेख ने पलटवार किया। उन्होंने कहा, “हमने सिर्फ दो सवाल उठाए हैं: क्या शिवसेना (यूबीटी) कट्टर हिंदुत्व विचारधारा की ओर बढ़ रही है? और आपको वोट किसने दिए हैं? इन सवालों का जवाब दिए बिना आदित्य ठाकरे ने हम पर आरोप लगाए हैं, जो कि गलत हैं। हम इस मुद्दे पर अपने वरिष्ठ नेताओं से बात करेंगे।”

अबू आज़मी ने की एमवीए से अलग होने की घोषणा

समाजवादी पार्टी के नेता अबू आज़मी ने शनिवार को महाविकास अघाड़ी से अलग होने की घोषणा की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “समाजवादी पार्टी महाराष्ट्र में अकेले चलने के लिए तैयार है, लेकिन एमवीए में रहकर शिवसेना (यूबीटी) की सांप्रदायिक विचारधारा का समर्थन करना अस्वीकार्य है।”

आजमी ने आरोप लगाया कि शिवसेना (यूबीटी) ने बाबरी मस्जिद विध्वंस को लेकर एक विज्ञापन के जरिए उसकी सराहना की है। उन्होंने पीटीआई से कहा, “शिवसेना (यूबीटी) ने एक अखबार में बाबरी मस्जिद विध्वंस के लिए बधाई देने वाला विज्ञापन दिया है। इसके अलावा, उनके एक सहयोगी ने मस्जिद विध्वंस की तारीफ करते हुए एक्स पर पोस्ट किया। ऐसे में हमारी पार्टी एमवीए का हिस्सा नहीं रह सकती। मैं इस बारे में सपा प्रमुख अखिलेश यादव से चर्चा कर रहा हूं।”

महाविकास अघाड़ी पर असर

अबू आज़मी के इस निर्णय और दोनों दलों के बीच बढ़ते तनाव का महाविकास अघाड़ी के राजनीतिक समीकरणों पर क्या प्रभाव पड़ेगा, यह देखना बाकी है। आदित्य ठाकरे और सपा नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप ने गठबंधन की एकता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।