गुजरात इस समय भीषण बाढ़ और भारी बारिश का सामना कर रहा है, और अब राज्य पर चक्रवात ‘असना’ का खतरा मंडरा रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि इस चक्रवात के कारण कच्छ और सौराष्ट्र क्षेत्रों में अत्यधिक बारिश हो सकती है।
चक्रवात असना की स्थिति और प्रभाव
IMD के अनुसार, गुजरात के सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र में एक चक्रवात बन रहा है, जो शुक्रवार को अरब सागर के ऊपर उभरने और ओमान के तट की ओर बढ़ने की उम्मीद है। इसके चलते गुजरात और उत्तरी महाराष्ट्र के तटों पर 60-65 किमी प्रति घंटे की तेज हवाएं चलने की संभावना है। मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे अगले कुछ दिनों तक समुद्र में जाने से बचें।
1976 के बाद पहला चक्रवाती तूफान
अगस्त के महीने में अरब सागर पर चक्रवात उभरना एक दुर्लभ घटना है। IMD के मुताबिक, 1976 के बाद यह पहला चक्रवाती तूफान है जो अगस्त में अरब सागर में विकसित हुआ है। पिछली बार ऐसा 1976 में हुआ था जब चक्रवात ओडिशा के ऊपर विकसित हुआ था और बाद में कमजोर हो गया था।
दुर्लभ मौसम गतिविधि और संभावित खतरे
IMD ने बताया कि अरब सागर में अगस्त में चक्रवाती तूफान का उभरना असामान्य है, और इस बार चक्रवात ‘असना’ की तीव्रता में कोई कमी नहीं आई है। इससे सौराष्ट्र और कच्छ में भारी बारिश की संभावना है, जो पहले से ही बाढ़ से जूझ रहे इन क्षेत्रों में स्थिति को और बिगाड़ सकती है।
गुजरात के लोगों को सलाह दी गई है कि वे मौसम संबंधी अपडेट्स पर नजर रखें और सुरक्षा के सभी आवश्यक कदम उठाएं। चक्रवात के चलते राहत और बचाव कार्यों को तेज किया जा रहा है, और स्थानीय प्रशासन लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए सक्रिय है।