कांग्रेस ने 14 दिसंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में बड़ी रैली करने की घोषणा की है। पार्टी का उद्देश्य मतदाता सूची में कथित गड़बड़ी और विशेष समीक्षा प्रक्रिया के खिलाफ विरोध जताना है। इस मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा शामिल होंगे। सोनिया गांधी की उपस्थिति उनके स्वास्थ्य पर निर्भर करेगी।
कांग्रेस का आरोप है कि कई राज्यों से उन्हें शिकायतें मिल रही हैं कि मतदाता सूची में जानबूझकर छेड़छाड़ की जा रही है। पार्टी का कहना है कि नाम हटा दिए जा रहे हैं और कई जगह गलत तरीके से जोड़े जा रहे हैं, जिससे चुनाव की निष्पक्षता खतरे में पड़ रही है।
रैली में कांग्रेस ‘वोट चोरी’ के मुद्दे को प्रमुखता से उठाएगी। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह रैली पार्टी के लिए विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने और आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों से पहले कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने का अवसर साबित होगी। वहीं, बीजेपी इसे कांग्रेस की राजनीतिक हताशा के रूप में प्रस्तुत कर सकती है। कांग्रेस ने चुनाव आयोग से इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है ताकि मतदाता सूची पारदर्शी और विश्वसनीय बनी रहे।


